चलते रहो। चलते रहो।
बढ़ते चलो।बढ़ते चलो।
कोई साथ दे तो संग ले लो।
कोई साथ न दे तो भी न रुको।
बढ़ते चलो।बढ़ते चलो।
कोई साथ दे तो संग ले लो।
कोई साथ न दे तो भी न रुको।
हर कदम जो आगे बढ़ता है।
मंजिल के सफ़र में उसका असर पड़ता है।
जैसे बून्द बून्द से सागर भरता है।
वैसे हर एक कोशिश से फरक होता है।
मंजिल के सफ़र में उसका असर पड़ता है।
जैसे बून्द बून्द से सागर भरता है।
वैसे हर एक कोशिश से फरक होता है।
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